Top Shiv chaisa Secrets
Top Shiv chaisa Secrets
Blog Article
योगी यति मुनि ध्यान लगावैं। नारद शारद शीश नवावैं॥
किया तपहिं भागीरथ भारी। पुरब प्रतिज्ञा तसु पुरारी॥
कीन्ही दया तहं करी सहाई। नीलकण्ठ तब नाम कहाई॥
दुष्ट सकल नित मोहि सतावै । भ्रमत रहे मोहि चैन न आवै॥
बृहस्पतिदेव की कथा
मातु पिता भ्राता सब कोई। संकट में पूछत नहिं कोई॥
अस्तुति केहि विधि करौं तुम्हारी। क्षमहु नाथ अब चूक हमारी॥
धन निर्धन को देत सदाहीं। जो कोई जांचे वो फल पाहीं॥
O Lord, whenever the Deities humbly sought your support, you kindly and graciously uprooted all their Problems. You blessed the Deities using your generous assistance once the Demon Tarak outraged them therefore you destroyed him.
जय जय जय अनंत अविनाशी। करत कृपा सब के घटवासी॥
नीलकण्ठ तब नाम कहाई ॥ पूजन रामचन्द्र जब कीन्हा ।
शनिदेव मैं सुमिरौं तोही। विद्या बुद्धि ज्ञान दो मोही॥ तुम्हरो नाम अनेक बखानौं। क्षुद्रबुद्धि मैं जो कुछ जानौं॥
कर त्रिशूल सोहत छवि भारी। करत shiv chalisa lyricsl सदा शत्रुन क्षयकारी॥
शिव आरती